0
-:: इन्टरनेट (Internet) ::-
इन्टरनेट आज के समय में हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है, पूरी दुनिया आज इन्टरनेट के माध्यम से आपस में जुडी हुई है, कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहॉ पर इन्टरनेट का प्रयोग नहीं किया जा रहा हो। इण्टरनेट के माध्यम से कई सारी सुविधाओं का प्रयोग अपने कम्प्यूटर या फोन पर किया गया जा सकता है -
E आप किसी को भी मैसेज (email) भेज सकते हैं।
E आपस में बातचीत (cheting) कर सकते हैं।
E नये दोस्त बना सकते हैं।
E (tex) टैक्स का भुगतान कर सकते हैं।
E (online
study) पढाई कर सकते हैं, जिसे E-learning भी कहते हैं।
E (online
games) गेम्स खेल सकते हैं।
E एफ0एम0
रेडियो/गाने (songs) सुन सकते हैं।
E पसंदीदा मूवी (movie) देख सकते हैं।
E समाचार (News) पत्र पढ सकते हैं।
E मोबाइल, फोन, बिजली, डिजीटल टी0वी0 आदि के बिलों का भुगतान कर सकते हैं या (Online Recharge) ऑनलाइन रीचार्ज कर सकते हैं।
E किसी दूसरे शहर/प्रान्त/देश में बैठे व्यक्ति से वीडियो कान्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) कर सकते हैं।
E इन्टरनेट बैंकिग (internet banking) का प्रयोग कर देश या विदेश कहीं भी मिनटों रूपये भेज सकते हैं, या अपने खाते के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
E अपने कम्प्यूटर के फोटो और वीडियो या और जरूरी फाइलों को भी ऑनलाइन स्टोर कर सकते हैं।
E किसी भी जगह या स्थान की जानकारी या नक्शा (map) प्राप्त कर सकते हैं।
E खाना बनाने सम्बन्धी जानकारी प्राप्त करते हैं।
E आप आनलाइन टीवी (online tv )भी देख सकते हैं, या लाइव क्रिकेट (live cricket) का भी आनन्द उठा सकते हो।
E और सोशल नेटवर्किग साइट (Social networking site) का हिस्सा बन अपने विचारों को अपने दोस्तों और समूहों में बॉट सकते हैं।
चलिये जानें कि इन्टरनेट की शुरूआत कहॉ से हुई और यह हमारे जीवन का हिस्सा कैसे बना, 1969 में अमेरिका के रक्षा विभाग में एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी (ए0आर0पी0ए0) नाम का नेटवर्क लांच किया गया, जो युद्ध के समय एक दूसरे को गोपनीय सूचना भेजने के प्रयोग में लाया गया। 1972 में रेटॉमलिसंन ने पहला ईमेल संदेश भेजा और जैसे जैसे ईमेल के जरिये सूचना भेजने के फायदों का पता चलता गया इसका प्रयोग भी बढता गया और इस तरह यह नेटवर्क लोकप्रिय हो गया। 1979 में ब्रिटिश डाकघर में पहली बार इण्टरनेट का प्रयोग प्राघोगिकी के रूप में किया गया। 1984 में इस नेटवर्क से लगभग 1000 से ज्यादा कम्प्यूटर जुड गये थे। धीरे धीरे दूसरे क्षेत्रों में भी सूचनाओं के आदान प्रदान करने के लिये इस नेकवर्क का प्रयोग किया जाने लगा और यह नेटवर्क बडा रूप धारण करने लगा। 1986 में इसे एन0एस0एफ0नेट का नाम दिया गया और धीरे धीरे सारी दुनिया को इण्टरनेट ने अपने कब्जे में कर लिया, आज केवल भारत में ही 1 करोड से ज्यादा व्यक्ति इन्टरनेट से प्रयोग करते हैं
0आपको यह पोस्ट कैसी लगी..............? नीचे इसके बारे में टिपण्णी अवश्य करे। "धन्यवाद"